Introduction of Computer in Hindi (कम्प्यूटर का परिचय) हिन्दी में l
Wednesday, April 22, 2020
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Introduction of Computer (कम्प्यूटर का परिचय)
Part-1
कम्प्यूटर शब्द की उत्पति लैटिन भाषा के Computare शब्द से हुई है, जिसका अर्थ गणना करना होता है। कम्प्यूटर का आविष्कार मुख्यतया गणन कार्यों के लिए हुआ था। परंतु आधुनिक युग में इसका कार्य क्षेत्र काफी विस्तृत और व्यापक हो गया है।
Introduction of Computer in Hindi (कम्प्यूटर का परिचय) हिन्दी में |
Generations of Computer ( कम्प्यूटर की पीढ़िया )
दूसरे विश्व युद्ध के बाद कंप्यूटरों का विकास बहुत तेजी से हुआ और उनके आकार - प्रकार में भी बहुत परिवर्तन हुए। आधुनिक कंप्यूटरों के विकास के इतिहास को तकनीकी विकास के अनुसार कई भागों में बाटा जाता है, जिन्हें कम्प्यूटरों की पीढ़ियां कहा जाता है। अभी तक कम्प्यूटरों की पांच पीढ़ियां अस्तित्व में आ चुकी हैं।
प्रतेक पीढ़ी के कंप्यूटरों की विशेषताएं और उनका संक्षिप्त विवरण निम्न है।
Fist Generation of Computer ( प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर)
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का समय सन् 1946 से 1955 तक माना जाता है।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम टयूब (Vacuum Tube) का प्रयोग किया जाता था।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े होते थे और इतनी गर्मी उत्पन्न करते थे कि एयरकंडीशनिग अनिवार्य होती थी।
- ये कम्प्यूटर गति में बहुत धीमे होते थे और इनका मूल्य भी तुलनात्मक दृष्टि से बहुत अधिक होता था।
इस पीढ़ी के कुछ कम्प्यूटरों के नाम इस प्रकार है -
एनिएक (ENIAC), एडसैक (EDSAC), एडवैक (EDVAC), यूनिवैक -1 (UNIVAC-1), यूनिवैक -2 (UNIVAC-2), आईबीएम-701, आईबीएम-650, मार्क-2, मार्क-3, बरोज-2202
एनिएक (ENIAC), एडसैक (EDSAC), एडवैक (EDVAC), यूनिवैक -1 (UNIVAC-1), यूनिवैक -2 (UNIVAC-2), आईबीएम-701, आईबीएम-650, मार्क-2, मार्क-3, बरोज-2202
Second Generation of Computer ( दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर)
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का समय सन् 1956 से 1965 तक माना जाता है।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम टयूब के स्थान पर ट्रांजिस्टरों का उपयोग होने लगा।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटर आकार में छोटे, गति में तेज तथा अधिक विश्वनीय थे और उनकी लागत भी कम होती थी।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में डाटा स्टोर करना तथा परिणाम प्राप्त करना सरल था।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में IBM-1401 प्रमुख है, जो बहुत लोकप्रिय एवं बड़े पैमाने पर उत्पादित किया गया था।
- इस पीढ़ी के अन्य कम्प्यूटर है, IBM-1602, IBM-7094, CDS-3600, RCA-501, UNIVAC-1107 आदि।
Third Generation of Computer ( तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर)
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का समय सन् 1966 से 1975 तक माना जाता है।
- इनमें एकीकृत परिपथों (Integrated circuits) या चिपों (Chips) का उपयोग किया जाता था, आकार में बहुत छोटे होते थे।
- एक चिप पर सैकड़ों ट्रांजिस्टरों को एकीकृत किया जा सकता था।
- इससे बने कम्प्यूटर आकार में छोटे, गति में बहुत तेज तथा विश्वसनीयता में बहुत अधिक होते थे।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों के साथ ही डाटा को भंडारित करने वाले बाहा साधनों, जैसे- डिस्क, टेप आदि का भी विकास हुआ।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों की सहायता से मल्टिप्रोग्रामिंग (Multiprogramming)एवं (Multiprocessing) मल्टिप्रोसेसिंग सम्भव हो गया।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटर आकार में छोटे होने के साथ- साथ सस्ते भी थे।
- इस पीढ़ी के मुख्य कम्प्यूटर थे IBM-360, IBM-370(Series), ICL-1900 and 2900 (Series), बरोज 5700,6700 तथा 7700 ,(Series), CDS-3000, 6000 तथा 7000 (Series), यूनीवैक 9000 श्रृंखला, हनीवैल 6000 तथा 200, PDP-11/45 आदि।
Fourth Generation of Computer ( चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटर)
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का समय सन् 1976 से 1990 तक माना जाता है।ं
- इसमें केवल एक सिलिकॉन चिप पर कम्प्यूटर के सभी एकीकृत परिपथों को लगाया जाता है, जिसे माइक्रोप्रोसेसर कहा जाता है।
- इनन चीपों का प्रयोग करने वाले कम्प्यूटरों को माइक्रो कम्प्यूटर (Micro computer) कहा जाता है।
- इसमें बिजली की खपत बहुत कम होती है तथा ये सामान्य तापक्रम पर भी कार्य करने में सक्षम होते हैं।
- कम्प्यूटरर की इस पीढ़ी में पर्सनल कम्प्यूटर (Personal computer) की श्रेणी अस्तित्व में आई, जिन्हें पेंटियम (Pentium)कहा जाता है।
- इसस पीढ़ी के कम्प्यूटर मुख्यत: पेंटियम श्रेणी के है, जिनकी चार श्रेणियां पेंटियम-1 से लेकर पेंटियम-4 तक अस्तित्व में आ चुकी हैं।
Fifth Generation of Computer ( पांचवीं के कम्प्यूटर )
- सन् 1990 के बाद से अब तक का समय कम्प्यूटर की पांचवीं पीढ़ी का है जिसमें ऐसे कम्प्यूटरों का निर्माण का प्रयास चल रहा है, जिसमें कम्प्यूटिंग की ऊची क्षमताओं के साथ - साथ तर्क करने, निर्णय लेने तथा सोचने की भी क्षमता हो।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का मुख्य फोकस डाटा प्रोसेसिंग के बजाय ज्ञान प्रोसेसिंग (Knowledge processing)पर है।
- वैज्ञानिकों का दावा है कि ये कम्प्यूटर बहुत हद तक मानव मस्तिष्क जैसे होगे।
- अभी तक ऐसे कम्प्यूटर बनाने में सफलता नहीं मिली है, परन्तु ऐसे कम्प्यूटर अस्तित्व में आ गए हैं, जिसमें चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटरों की तुलना में अति उच्च क्षमताएं है। इन्हें सुपर कंप्यूटर कहा जाता है जो एक साथ सैकड़ों कम्प्यूटरों के बराबर कार्य अकेले ही कर लेते हैं।