Types of Computers ( कम्प्यूटर के प्रकार ) । Components Of Computer In Hindi
Thursday, April 23, 2020
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Types of Computers ( कम्प्यूटर के प्रकार )
कम्प्यूटर मुख्यत: तीन प्रकार के कम्प्यूटर है।
(i) एनालॉग कम्प्यूटर - ये कम्प्यूटर निश्चित समस्याओं में भौतिक अतंर्सबंधों के गणितीय समानता का दोहन करते है और भौतिक समस्या के समाधान के लिए इलेक्ट्रॉनिक या हाईड्रालिक सर्किट का प्रयोग करते है।
(ii) डिजिटल कम्प्यूटर - ये कम्प्यूटर गणनाओं के निष्पादन तथा अंक दर अंक प्रत्येक संख्या के आधार पर समस्याओं का समाधान करते हैं।
(iii) हाइब्रिड कम्प्यूटर - हाइब्रिड कम्प्यूटर उन कम्प्यूटरों को कहा जाता है, जिसमे एनालॉग तथा डिजिटल दोनों ही कम्प्यूटरों के गुण सम्मिलित हो। इनके द्वारा भौतिक मात्राओं को अंको में परिवर्तित करके उसे डिजिटल रूप में ले आते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में इसका सर्वाधिक उपयोग होता है।
Types of Computers ( कम्प्यूटर के प्रकार ) |
Components of Computer (कम्प्यूटर के घटक)Components Of Computer In Hindi
कोई कम्प्यूटर चाहे छोटा हो या बड़ा, नया हो या पुराना, उनकी मूल संरचना सदैव एक ही तरह की होती है। नीचे दिए गए कम्प्यूटर सिस्टम के भागों को दर्शाया गया है प्रत्येक कम्प्यूटर के चार मुख्य भाग होते है, निम्नलिखित है।
1. Input Devices ( इनपुट युक्तियां )
मनुष्य द्वारा दिए गए डाटा तथा निर्देशों को कम्प्यूटर प्रविष्ट कराने के लिए जिन युक्तियों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें इनपुट युक्तियां कहते हैं। कम्प्यूटर सिस्टम में इनपुट यूनिट के निम्नलिखत मुख्य कार्य होते है।
(i) यूजर द्वारा दिए गए डाटा को कम्प्यूटर सिस्टम को उपलब्ध कराना
(ii) यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को प्राप्त करना
(iii) यूजर द्वारा दिए गए कमांडो को प्राप्त करना
(ii) यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को प्राप्त करना
(iii) यूजर द्वारा दिए गए कमांडो को प्राप्त करना
मुख्य इनपुट युक्तियां की बोर्ड, माउस, जायस्टिक, स्कैनर, लाइट, पेंन, वायस रिकाग्नीशन सिस्टम, आप्टिकल मार्क रीडर, मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकाग्नीशन, वेब कैमरा, वीडियो कैमरा आदि है।
2. Output Devices (आउटपुट युक्तियां)
इनपुट युक्तियो द्वारा प्राप्त डाटा तथा निर्देशों को परिणाम के रूप में प्रदर्शित करने के लिए जिन युक्तियों का उपयोग किया जाता है, उन्हें आउटपुट युक्तियां कहते हैं। कम्प्यूटर सिस्टम में आउटपुट यूनिट के निम्नलिखत मुख्य कार्य होते है।
(i) कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा दिए गए परिणामों को यूजर को दिखाना।
(ii) कम्प्यूटर ऑपरेटर को संकेतो की जानकारी देना।
(iii) कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा दिए गए परिणामों को सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइसो
में स्टोर करना।
(iv) किसी भी प्रकार की सुचना और संदेशों को तुरन्त ही दिखाना।
(v) मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर आदि आउटपुट युक्तियां है।
3.Central Processing Unit ( सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट )
कम्प्यूटर में किए जाने वाले सभी कार्य सी पी यू के द्वारा ही किए जाते है। इनपुट - आउटपुट के उपकरण तो केवल कम्प्यूटर में हमारा सम्बन्ध जोड़ने का कार्य करते है। सी पी यू को कम्प्यूटर का मस्तिष्क (The brain of Computer) कहा जाता है। प्रोग्राम और डाटा इसके नियंत्रण में मेमोरी में संग्रहीत होते है। इसका मुख्य कार्य प्रोग्रामों को क्रियान्वित करना है।
इसके अतिरिक्त सी पी यू कम्प्यूटर के सभी भागों जैसे मेमोरी, इनपुट एवं आउटपुट डिवाइसेज के कार्यों को नियंत्रित करता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट तीन महत्वपूर्ण भागों से मिलकर बनती है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट तीन महत्वपूर्ण भागों से मिलकर बनती है।
(i) Control Unit - CU (कन्ट्रोल यूनिट)
(ii) Arithmetic Logic Unit - ALU (अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट)
(iii) Primary Memory Unit (प्राइमरी मेमोरी यूनिट)
(ii) Arithmetic Logic Unit - ALU (अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट)
(iii) Primary Memory Unit (प्राइमरी मेमोरी यूनिट)
4.Storage / External Memory ( स्टोरेज / एक्सटर्नल )
इनमें दो प्रकार की मेमोरी होती है।(i) Primary Memory Unit (मेमोरी यूनिट)
इसे आन्तरिक (Internal) या मुख्य (main) मेमोरी भी कहा जाता है, क्योंकि यह कम्प्यूटर की सी पी यू का ही भाग होती है। इसमें लाखों की संख्या में बाइटे (Bytes) होती है। प्रत्येक बाइट 8 लगातार बिटो की एक श्रृखला होती है। बिट सूचना की सबसे छोटी इकाई है।
किसी बिट की दो स्थितियां हो सकती है, जिन्हें हम ऑन तथा ऑफ कहते हैं। सुविधा के लिए हम इन स्थितियों को क्रमशः 1 तथा 0 से व्यक्त करते हैं। प्राइमरी मेमोरी के भी दो भाग होते है,
(a) Random Access Memory - RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी)
(b) Read Only Memory - ROM (रीड ओनली मेमोरी)
सी पी यू में इन दिनों के अतिरिक्त एक अन्य मेमोरी भी होती है, जिसे (Cache Memory) कैशे मेमोरी कहा जाता है।
(ii) Secondary Memory (सेकेंडरी मेमोरी)
इन प्रकार की मेमोरी सी पी यू से बाहर होती है, इसलिए इसे बाह्रा (External) या सेकेंडरी (Secondry) मेमोरी भी कहा जाता है। कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी बहुत महंगी होने तथा बिजली बन्द कर देने पर उसमें रखी अधिकतर सूचनाएं नष्ट हो जाने के कारण न तो हम उस इच्छानुसार बड़ा सकते है और न हम उसमे कोई सूचना स्थायी रूप से स्टोर कर सकते हैं।
इन प्रकार की मेमोरी सी पी यू से बाहर होती है, इसलिए इसे बाह्रा (External) या सेकेंडरी (Secondry) मेमोरी भी कहा जाता है। कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी बहुत महंगी होने तथा बिजली बन्द कर देने पर उसमें रखी अधिकतर सूचनाएं नष्ट हो जाने के कारण न तो हम उस इच्छानुसार बड़ा सकते है और न हम उसमे कोई सूचना स्थायी रूप से स्टोर कर सकते हैं।
Components Of Computer Hardware
कम्प्यूटर के वे भाग जिन्हें हम आंखों से देख सकते है और हाथ से स्पर्श कर सकते हैं, अर्थात् यांत्रिक, विद्युत इलेक्ट्रॉनिक भाग कम्प्यूटर हार्डवेयर के नाम से जाने जाते हैं। कम्प्यूटर हार्डवेयर को ही कम्प्यूटर के भाग के नाम से जाना जाता है। कम्प्यूटर के सभी भाग एक - दूसरे से सम्बन्ध रहते हैं।
Components Of Computer Hardware In Hindi |